मांडू मध्यप्रदेश के ज़िला इंदौर में स्थित एक खूबसूरत पर्यटन और रियासती स्थल है। यह इंदौर से 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ऐतिहासिक दृष्टि से यह मध्यप्रदेश का प्रमुख पर्यटन स्थल है। इतिहास में रूचि रखने वालों के लिए यह स्थान बहुत महत्वपूर्ण है। यह स्थान रानी रूपमती और बादशाह बाज बहादुर की अमर प्रेम कहानी का प्रतीक है। इस ब्लॉग में Mandu me Ghumne ke liye 10 Khubsurat sthal की जानकारी दी गई है |
मांडू को मांडवगढ़ भी कहा जाता था। मध्यप्रदेश में यह स्थान अपनी सुन्दर शिल्पकला और वास्तुकला के लिए जाना जाता है। मांडू में आपको खूबसूरत महल, झील और गुफाएं भी देखने को मिलेंगी। मांडू भारत के दिल में छिपा एक खूबसूरत ख़ज़ाना है। यहाँ की हरियाली और सुन्दरता पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है।
1. मांडू का इतिहास History of Mandu in Hindi
माण्डू
पर्व तालकपूर राज्य से मिले एक शिलालेख के अनुसार, एक व्यापारी चंद्रसिंह ने मंडपा दुर्गा में स्थित पार्सवनाथ मंदिर में एक मूर्ति की स्थापना की। माण्डू उसी समय का बदला हुआ नाम है। एक शिलालेख के अनुसार 6 वीं शताब्दी में माण्डू एक समृद्ध शहर हुआ करता था। 10 वीं एवं 11 वीं शताब्दी में जयवर्मन द्वितीय से आरम्भ होने वाले परमारों के शासनकाल में माण्डू को प्रसिद्धि प्राप्त हुई। माण्डू परमार राजाओं का शाही निवास हुआ करता था।
विंध्य पर्वत पर 2079 फीट की ऊँचाई पर स्थित माण्डू 13 किलोमीटर क्षेत्र पर फैला हुआ है। परमारों ने आक्रमण कारियों से सुरक्षित रहने के लिए अपनी राजधानी धार से माण्डू स्थानांतरित कर ली थी। क्योंकि की उत्तर में मालवा का पठार और दक्षिण में नर्मदा नदी की घाटी माण्डू को प्राकृतिक सुरक्षा प्रदान करती है।
2. माण्डू में घूमने के स्थान Places to Visit in Mandu in Hindi
2.1. जहाज़ महल माण्डू Jahaz Mahal in Mandu in Hindi
जहाज़ महल माण्डू
माण्डू में स्थित जहाज़ महल एक बहुत ही खूबसूरत पर्यटन स्थल है। यह महल अपने वास्तूशिल्प और अनूठे आकार के कारण पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। यह महल दो तालाब मुंज और कपूर तालाब के बीच बनाया गया है। अफ़गान, मुग़ल, हिन्दू,और मैसोपोटामिया वास्तुकला शैलियों के मिश्रण से बना सबसे प्रसिद्ध स्मारकों में से एक है। जहाज़ महल का निर्माण गयासुद्दीन खिलजी के द्वारा 1469 – 1500 के बीच एक हरम के रूप में किया गया था। तालाब के बीच यह महल जहाज़ की तरह दिखाई देता है, इस कारण इसे जहाज़ महल कहा जाता है।
2.2 रुपमती महल माण्डू Roopmati Mahal in Mandu in Hindi
रुपमती महल माण्डू
रुपमति महल का निर्माण राजा बाज बहादुर ने रानी रुपमति के लिए कराया था। राजा बाज बहादुर रानी रुपमति से अत्याधिक प्रेम करते थे। राजा रानी के कुछ कहने के पहले ही उनकी मन की बात समझ जाया करते थे। रानी रुपमति प्रति दिन स्नान के बाद नर्मदा नदी के दर्शन करतीं थीं, उसके बाद ही अन्न गृहण करतीं थीं। नर्मदा नदी के दर्शन में कोई बाधा न हो इस कारण राजा ने महल का निर्माण ऊंचे स्थान पर कराया। इस महल का निर्माण 3500 फिट की ऊंचाई पर रानी की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए कराया गया था। स महल तक पहुंचने के लिए 12 दरवाज़ों से होकर गुज़रना पड़ता था। यह महल रानी रुपमति और बाज बहादुर के प्रेम का साक्षी है। इस महल से माण्डू की सारी खूबसूरती नज़र आती है।
2.3 बाज़ बहादुर का महल Baz Bahadur’s Mahal in Mandu in Hindi
बाज़ बहादुर का महल
बाज़ बहादुर का महल माण्डू का एक और प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह महल रेवा कुण्ड के पास सुरम्य हरियाली के बीच स्थित है। महल के प्रवेश द्वार पर स्थित फारसी शिलालेख के अनुसार इस महल का निर्माण 1508 में सुल्तान नासीरुद्दीन द्वारा किया गया था। राजा बाज़ बहादुर ने इसका नवीनीकरण कराया था। इस महल की वास्तुकला राजपूत और मुग़ल शैली का मिश्रण है। मुख्य प्रवेश द्वार तक पहुँचने के लिए 40 सीढियाँ हैं। मुख्य द्वार पर दो बड़े गुम्बद आने वालों का स्वागत करते हैं। इसके अलावा अन्दर की ओर एक बड़ा आंगन है, इसके चारों ओर हाॅल और कमरे बने हैं। इस महल के बीच में एक बड़ा सुन्दर जल कुण्ड बना है। महल की छत को ऊंचे गुम्बददार मंडपों से सजाया गया है।
2.4 रेवा कुण्ड माण्डू Rewa Kund Mandu in Hindi
रेवा कुण्ड माण्डू
रेवा कुण्ड माण्डू में स्थित एक खूबसूरत दर्शनीय स्थल है। इस कुण्ड का निर्माण राजा बाज बहादुर द्वारा रानी रूपमती के महल में जल अपूर्ती के लिए कराया गया था। रानी रुपमति नर्मदा नदी की परम भक्त थीं, वह अपने महल से नर्मदा के दर्शन किया करतीं थीं। रानी रुपमति के आग्रह पर ही इस कुण्ड का निर्माण कराया गया था। नर्मदा नदी का पानी इस कुण्ड पर आता है। इसमें एक मण्डप बनाया गया है। इसके स्तम्भों और महराबों में विभिन्न शैलियों को प्रदर्शित किया गया है। जो पर्यटकों का मन मोह लेता है।
2.5 जामी मस्जिद माण्डू Jami Masjid in Mandu in Hindi
जामी मस्जिद माण्डू
माण्डू में स्थित जामी मस्जिद (जामा मस्जिद) ऐतिहासिक मस्जिद है। मुग़ल वास्तुकला शैली से निर्मित यह मस्जिद होशंगशाह के शासनकाल में बनाई गई थी और 1454 में महमूद खिलजी के शासनकाल में बन कर तैयार हुई थी। मस्जिद की छत तीन बडे़ गुम्बद, 54 छोटे गुम्बदों और खूबसूरत स्तम्भों से बनाई गई है। मस्जिद के बीच में एक बहुत बड़ा आंगन बनाया गया है। मस्जिद का पूरा क्षेत्रफल 83,150 वर्ग फिट है। मस्जिद में स्थित एक शिलालेख के अनुसार यह मस्जिद दमिश्क की मस्जिद के आधार पर बनाई गई है। मस्जिद की महराब को कुरआन की आयतों से सजाया गया है।
2.6 होशंगशाह का मकबरा माण्डू Hoshang Shah Tomb in Mandu in Hindi
होशंगशाह का मकबरा माण्डू
माण्डू में स्थित होशंगशाह का मकबरा घूमने लायक एक बहुत खूबसूरत इमारत है। यह भारत का संगमरमर से बना पहला मकबरा है। इस मकबरे का निर्माण होशंगशाह ने कराया था। अफगान शैली में निर्मित , मकबरा एक चबूतरे पर एक चोकोर इमारत है। इसके शीर्ष पर एक बड़ा गुम्बद तथा कोनों पर छोटे गुम्बद बने हैं। कहा जाता है कि शाहजहाँ ने ताज महल का निर्माण इसी मकबरे से प्रेरित होकर किया था। यहाँ संगमरमर में की गई नक्काशी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है।
2.7 दरिया खान का मकबरा Darya Khan’s Tomb in Mandu in Hindi
दरिया खान का मकबरा
दरिया खान का मकबरा माण्डू में स्थित एक और बहुत खूबसूरत इमारत है। यह इमारत महमूद खिलजी के शासनकाल में लाल पत्थर से बनाई गई थी। दरिया खान माण्डू दरबार के उच्चाधिकारी थे। इस मकबरे में तीन कबरें हैं, जो उनके परिवार के लोगों की हैं। यह मकबरा चबूतरे पर बना है, जिसकी दीवारों पर लाल पत्थर जड़ा गया है। पत्थर की जाली पर सुन्दर नक्काशी की गई है। इसकी छत पर एक बड़ा गुम्बद है और चारों कोनों पर छोटे छोटे गुम्बद हैं। यह मुग़ल शैली में बनाई गई बहुत खूबसूरत इमारत है। जिसे देखने पर्यटक अकसर यहाँ आते हैं।
2.8 हिंडोला महल माण्डू Hindola Mahal in Mandu in Hindi
हिंडोला महल माण्डू
माण्डू में स्थित हिंडोला महल एक अद्भुत और खूबसूरत इमारत है। यह जहाज़ महल के पास स्थित है। हिंडोला महल माण्डू में शाही महलों में से एक है। इस महल का निर्माण 1425 में होशंगशाह के शासनकाल में हुआ होगा। इस महल उपयोग दरबार लगाने और मनोरंजन के लिए होता होगा। इस महल का निर्माण खूबसूरत नक्काशीदार बलुआ पत्थरों के स्तम्भ से किया गया है। इसकी बाहरी दीवारें 77 डिग्री पर झुकी ढालान वाली दीवारें हैं। जिसके कारण यह महल झूलता हुआ नज़र आता है। इस कारण यह हिंडोला महल कहलाता है। अगर आप माण्डू जाऐं तो हिंडोला महल घूमना न भूलें।
2.9 चम्पा बावली और हमाम माण्डू Champa Baoli And Hammam in Mandu in Hindi
चम्पा बावली और हमाम माण्डू
चम्पा बावली माण्डू में स्थित एक और देखने लायक खूबसूरत दर्शनीय स्थल है। चम्पा बावली जहाज़ महल के परिसर में स्थित है। यह एक मुग़ल वास्तुकला का प्रतीक है। गर्मी के मौसम में अधिक तापमान के समय स्नानघर को ठण्डा रखने के लिए गुम्बददार कमरे बनाए गए हैं। बावली में बनाए गए कमरे भूलभुलैया की तरह हैं। बावली में उतरने के लिए संकीर्ण रास्ते बनाए गए हैं। चम्पा बावली के निर्माण के समय वायु एवं प्रकाश का उचित प्रबंधन किया गया था। इस बावली का नाम चम्पा बावली इसलिए रखा गया, क्योंकि इस बावली के पानी में चम्पा के फूल की सुगंध आती थी।
2.10 तवेली महल माण्डू Taveli Mahal in Mandu in Hindi
तवेली महल माण्डू
माण्डू में स्थित तवेली महल एक आकर्षक और ऐतिहासिक संरचना है। यह मुग़ल और भारतीय शैली का मिश्रण है। यह महल जहाज़ महल के करीब है। मालवा सल्तनत के दौरान यह महल शाही घोड़ों के अस्तबल के रूप में काम करती थी, जिसे तबेला कहा जाता था। आज यह तवेली महल के नाम से जाना जाता है। आज तवेली महल को संग्रहालय में परिवर्तित कर दिया गया है। जहाँ माण्डू के समृद्ध आतीत की विभिन्न कलाकृतियों और पुरावशेषों को प्रदर्शित किया जाता है।
3. माण्डू घूमने जाने का सबसे अच्छा समय Best Time to Visit Mandu in Hindi
माण्डू
माण्डू पूरे वर्ष में कभी भी घूमने जा सकते हैं। गर्मी के दिनों में माण्डू घूमना मुश्किल हो जाता है। माण्डू घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक होता है। इस समय मोसम सुहावना होता है, जो घूमने के लिए सबसे अनूकूल समय है। सर्दियों के मोसम में माण्डू की खूबसूरती और भी बढ़ जाती है, जिसे देखने के लिए पर्यटक माण्डू की ओर आकर्षित होते हैं।
4. माण्डू कैसे पहुंचे How to Reach Mandu in Hindi
माण्डू
माण्डू मध्य प्रदेश के बड़े शहरों इंदौर, जबलपुर, भोपाल, ग्वालियर आदि से जुड़ा हुआ है। जहाँ से आप फ्लाइट, बस,ट्रेन और कार द्वारा आसानी से माण्डू पहुँच सकते हैं।
4.1 फ्लाइट से माण्डू कैसे पहुंचे How to Reach Mandu By Flight in Hindi
माण्डू में कोई हवाई अड्डा नहीं है। यहाँ का निकटतम हवाई अड्डा देवी अहिल्या बाई होल्कर इंदौर में स्थित है। यह हवाई अड्डा माण्डू से 59 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जो देश के बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है। किसी भी शहर से फ्लाइट से इंदौर पहुंचा जा सकता है। इंदौर पहुंचने के बाद बस, टैक्सी या केब से माण्डू पहुंच सकते हैं।
4.2 सड़क मार्ग से माण्डू कैसे पहुंचे How to Reach Mandu by Road in Hindi
माण्डू मध्य प्रदेश के बड़े शहरों से सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। इंदौर, भोपाल, रतलाम, जबलपुर आदि शहरों से बस द्वारा आसानी से माण्डू पहुँच सकते हैं। इसके अलावा आप कार या टैक्सी से भी यात्रा कर सकते हैं।
4.3 रेल मार्ग से माण्डू कैसे पहुंचे How to Reach Mandu by Train
माण्डू का निकटतम रेलवे स्टेशन इंदौर है। इंदौर से माण्डू की दूरी 97 किलोमीटर है। किसी भी बड़े शहर से आप रेल मार्ग द्वारा इंदौर आसानी से पहुंच सकते हैं। इंदौर से बस, टैक्सी या केब के द्वारा माण्डू पहुंच सकते हैं।