कोडाईकनाल भारत के तमिलनाडु राज्य में बसा एक खोबसूरत शहर है | यह शहर समुद्र तल से 2133 मीटर ऊंची पर स्थित सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन में से एक है | यहाँ की ख़ूबसूरती का कारण यहाँ की ग्रेनाइट की चट्टानें ,झील ,घने जंगलों की घाटियाँ और शुध्य और साफ़ पानी के बहते झरने यहाँ की सुन्दरता में चार चाँद लगा देते हैं | कोडाईकनाल एक शांत और प्रकृतिक से सराबोर पर्यटन स्थल है | जब बारिश की पहली फुहारें इस धरती पर गिरती हैं, तो Kodaikanal Mansoon Adventure Tamil Nadu Ka Badalon Main Basa Khazana 2025 तमिलनाडु का हिल स्टेशन कोडाईकनाल एक हरे-भरे स्वर्ग लोक में बदल जाता है। मानसून में बादलों से ढके पहाड़, हरे भरे जंगल और खूबसूरत बहते पानी की शांत झीलें इस जगह को स्वर्ग में बदल देती हैं।
यहाँ पर्यटकों के लिए ट्रेकिंग ,रिवर राफ्टिंग ,शिकारा राइड जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं ,जहाँ पर्यटक मनोरंजन का भरपूर उठा सकते हैं | इस कारण ही कोडाईकनाल को “हिल स्टेशन की राजकुमारी ” कहा जाता है | अगर आप कम बजट में मानसून में घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं तो ,कोडाईकनाल आपके घूमने के लिए एक अच्छा स्थल साबित हो सकता है | इस ब्लॉग में हम मानसून के दौरान कोडाईकनाल की यात्रा के सभी पहलुओं को विस्तार से जानेंगे|
1. कोडाईकनाल का इतिहास History of Kodaikanal ,Kodaikanal Mansoon Adventure Tamil Nadu Ka Badalon Main Basa Khazana 2025

कोडाईकनाल का अर्थ होता है – “जंगल का उपहार” | सर्वप्रथम 1821 में ब्रिटिश लेफ्टिनेंट बीएस वार्ड इस क्षेत्र का सर्वेक्षण करने कोडाईकनाल पहुंचा ,वे यहाँ की खूबसूरत पहाड़ियों , शांत वातावरण और हरे भरे जंगलों को देख कर आश्चर्य में पड़ गया | उस समय वहां के गाँव अच्छी तरह संचारित थे , जिन में लगभग 4000 लोग रहा करते थे | इस स्थान को 1845 में ब्रिटिश मिशनरियों द्वारा एक हिल स्टेशन के रूप में बनाने की योजना बनाई गई , ताकि वे गर्मियों के दिनों में इन मैदानी इलाकों में राहत के कुछ पल बिता सकें। सन 1852 में वहां ब्रिटिश आर्मी द्वारा पहले घर का निर्माण किया गया |
इस इलाके में ब्रिटिश ने कुछ नये प्रजातियों के पेड़ों का रोपण किया और इस क्षेत्र को विकसित करना शुरू किया | 1909 में यहाँ एक छोटे शहर का निर्माण किया गया ,जिसमें 151 घरों के साथ डाकघर ,चर्च ,क्लब ,स्कूल और दुकानों का निर्माण किया गया | ब्रिटिश शासन के दौरान अंग्रेज़ इस स्थान को ग्रीष्मकालीन विश्राम स्थल के रूप में उपयोग किया करते थे | यह आज भी अपने शीतल मौसम, प्राकृतिक सौंदर्य और शांत वातावरण को बरकरार रखे हुए है। कोडाईकनाल की झील, बॉटनिकल गार्डन और धुंध से ढके रास्ते इसे दक्षिण भारत के प्रमुख मानसूनी पर्यटन स्थलों में से एक बनाते हैं।
2. कोडाईकनाल के 10 प्रमुख पर्यटन स्थल Top 10 Tourist Places in Kodaikanal
2.1 कोडाईकनाल झील Kodaikanal Lake ,Kodaikanal

इस झील को कोडाई झील भी कहा जाता है ,यह कोडाईकनाल शहर में स्थित है | कोडाईकनाल की प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है | मानव निर्मित यह झील स्टार-आकार में 60 एकड़ क्षेत्र में फैली है। इस झील का निर्माण 1863 में मदुरै के तत्कालीन कलेक्टर सर वेरे हेनरी द्वारा किया गया | मानसून में झील के चारों ओर हरियाली , इस पर पड़ने वाले बादलों का प्रतिबिंब और घने जंगल इसे बेहद आकर्षक बना देता है। पर्यटक यहाँ बोटिंग, साइकलिंग और घुड़सवारी कर सकते हैं। यह पर्यटकों का मुख्य आकर्षण का केंद्र है |
2.2 कोकर्स वॉक Coaker’s Walk, Kodaikanal

यह एक नैरो पाथवे है जो पहाड़ी ढलानों पर बना है। यह एक किलोमीटर लम्बा रास्ता दर्शनीय स्थलों की यात्रा करने का एक खूबसूरत मार्ग है | यहाँ आप अपनी सुबह की शुरुआत पैदल वॉक से कर सकते हैं | इस पैदल मार्ग का निर्माण 1872 में लेफ्टिनेंट कोकर ने कराया था | यह रास्ता खड़ी पहाड़ी ढालान पर बना है ,जो वैन एलन अस्पताल से शुरू होकर सेंट पीटर चर्च के पास से गुज़रता है | सुरक्षा और बचाओ के लिए रास्ते के दोनों ओर बाड़ लगाईं गई हैं | सूर्योदय और सूर्यास्त के समय यहाँ की ख़ूबसूरती और अधिक बढ़ जाती है ,इसी समय का आनन्द लेने के लिए पर्यटक यहाँ आते हैं | मानसून के समय कोहरे में ढकी वादियाँ और घाटियों का नज़ारा मंत्रमुग्ध कर देता है। सुबह-सुबह की सैर के लिए परफेक्ट। रास्ते के दोनों ओर खाने पीने की चीज़ों की दुकाने लगती हैं |
2.3 ब्रायंट पार्क Bryant Park , Kodaikanal

कोडाईकनाल के खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक ब्रायंट पार्क कोडाईकनाल झील के पास स्थित है | यह एक वनस्पति उद्धान है ,जो अनेक प्रकार के रंग-बिरंगे फूलों, झाड़ियों और दुर्लभ पौधों से भरा है। वनस्पति विज्ञान में रुचि रखने वाले पर्यटकों के लिए यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्थल है | बारिश के बाद खिलने वाले फूलों की ख़ूबसूरती इस जगह को एक चित्रकला जैसा बना देती है।इस पार्क में विभिन्न प्रकार के फूलों वाला एक ग्लास हाउस भी है,जो इस जगह की खूबसूरती में चार चाँद लगा देता है |हर साल इस पार्क में ग्रीष्म उत्सव भी बनाया जाता है ,जिसमे यहाँ के विभिन्न प्रकार के फूलों को प्रदर्शित किया जाता है | मई के महीने में अधिक संख्या में पर्यटक यहाँ आते हैं |
2.4 पिलर रॉक्स Pillar Rocks, Kodaikanal

यह तीन ग्रेनाइट की विशाल चट्टानें हैं ,जो लगभग 400 फीट ऊँची हैं। मानसून के समय यहाँ पर कोहरा छाया रहता है, जो इस स्थल को अधिक खूबसूरतऔर रोमांचक से भर देता है।सूर्योदय के समय यह स्थल मनमोहक द्रश्य प्रदर्शित करता है , जो की फोटोग्राफर के लिए एक अच्छा अवसर होता है |इन चट्टानों के पास बहुत ही खूबसूरत झरने भी हैं | पर्यटक इन पिलर रॉक्स के शिखर पर हाईकिंग भी कर सकते हैं और शिखर से देखने पर नीचे तलहटी पर स्थित हरे भरे घने जंगल की ख़ूबसूरती पर्यटकों का मनमोह लेती है |
2.5 साइलेंट वैली व्यू Silent Valley View, Kodaikanal

साइलेंट वैली व्यू पलानी पहाड़ियों की चोटी पर स्थित एक खूबसूरत स्थान है ,जहां से हरी-भरी घाटियों का एक अनूठा और मनमोहक दृश्य देखा जा सकता है | यहां पर पहुंचना काफी आसान है ,यह कोडाईकनाल से रोड मार्ग से जुड़ा हुआ है | यहां की घुमाओदार सड़कें खूबसूरत जंगल और हरे भरे चाय के बागानों से होकर गुजरती है | यह पॉइंट मानसून में सचमुच ‘साइलेंट’ नहीं रहता – बादलों की गड़गड़ाहट और हवा की सरसराहट इसे एक अलग अनुभव बनाती है। सूर्योदय और सूर्यास्त के समय यहां की सुंदरता और अधिक बढ़ जाती है ,जिन्हें देखने के लिए पर्यटक अधिक संख्या में यहां आते हैं | साइलेंट वैली व्यू से हरी भरी घाटियों का एक अद्भुत दृश्य दिखाई देता है |
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2.6 गुना गुफाएं Guna Caves ,Kodaikanal

यह गुफाएँ कोडाईकनाल से 10 किलोमीटर मोइर पॉइंट रोड पर स्थित हैं | इन गुफाओं तक पहुंचने के लिए घने देवदार के जंगलों से होकर गुज़रना पड़ता है |इन गुफाओ को दूर से ही देखा जा सकता है ,सुरक्षा कारणों के कारण इन गुफाओं में प्रवेश की अनुमति नहीं है |क्यूँ की शोला वृक्षों की घुमावदार और उलझी हुई जड़ें गुफाओं को घेरी हुई हैं | हिन्दू पौराणिक कथाओं के अनुसार कहा जाता है की ,इन गुफाओं में पांडव निवास करते थे | इन गुफाओं की खोज सन 1821 में एक ब्रिटिश अधिकारी बीएस वार्ड ने की थी | गहरी और रहस्यमयी यह गुफाएं मानसून के दौरान अधिक रोमांचकारी हो जाती हैं। इनका नाम कमल हासन की फिल्म ‘गुना’ से पड़ा। यहाँ फिल्म की शूटिंग के बाद गुफाओं को प्रसिद्धि मिली ,यहाँ की जड़ों से लिपटी चट्टानें एक अद्भुत दृश्य बनाती हैं। फोटोग्राफी करने वाले पर्यटकों के लिए यह लोकप्रिय पर्यटन स्थल है |
2.7 मोइर पॉइंट Moer Point, Kodaikanal

मोइर पॉइंट कोडाईकनाल के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है |यह स्थान बेरिजम झील जाने वाले रास्ते पर स्थित है | कहा जाता है की एक ब्रिटिश इंजिनियर सर थॉमस मोइर ने 1929 में एक सड़क का निर्माण किया जिसे फोर्टी माइल रोड कहा जाता है | उन्हीं के नाम पर इस जगह का नाम मोइर पॉइंट रखा गया |मोइर पॉइंट से आप आस पास की चोटियों और हरे भरे जंगलों का खूबसूरत नज़ारा देख सकते हैं | फोटोग्राफरों के लिए जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं है | मोइर पॉइंट का खूबसूरत और शांत वातावरण प्राकृतिक प्रेमियों का मनमोह लेता है | यहं स्थित पार्क में बैठ कर आप कुछ सुकून के पल बिता सकते हैं |इस पॉइंट से चिन्नोर और पेरियोर जैसे खूबसूरत गाँव के खूबसूरत नजारों को भी देखा जा सकता है |
2.8 बेयर शोला वॉटरफॉल Bear Shola Falls,Kodaikanal

बेयर शोला फाल्स कोडाईकनाल का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है | यह एक शांत लेकिन खूबसूरत झरना है, जो मानसून में जीवंत हो उठता है। कहा जाता है कि भालू यहाँ पानी पीने आते थे, इसलिए इसका नाम बेयर शोला पड़ा।यह पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है | यह झरना कोडाईकनाल झील से 2 किलोमीटर और बस स्टैंड से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है | यह झरना रिज़र्व फारेस्ट एरिया में घने जंगलों के बीच स्थित है | मानसून के समय इस झरने की ख़ूबसूरती और अधिक बढ़ जाती है ,जब पानी का स्तर अपने चरम पर होता है | मानसून का समय ही झरने को देखने का सबसे अच्छा समय होता है | पर्यटक यहाँ ट्रेकिंग भी कर सकते हैं |
2.9 शेनबागनुर म्यूज़ियम Shembaganur Museum , Kodaikanal
शेनबागनुर म्यूज़ियम कोडाईकनाल के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है | यह संग्राहलय भारत के सर्वश्रेष्ठ संग्राहलय में से एक है | इस संग्राहलय की स्थापना 1895 में हुई थी | यहाँ मानव विज्ञानं ,वनस्पति विज्ञान, जीव विज्ञान और हस्तशिल्प से जुड़ी दुर्लभ चीजें देखने को मिलती हैं। इस संग्राहलय लगभग 2500 पौधे और विशाल उद्धान भी है | यहाँ अनेक प्रकार की तितलियाँ ,पतंगे ,सांप और स्तनधारी जीवों का संग्रह है | यह संग्राहलय मानसून में इनडोर गतिविधियों के लिए उपयुक्त है।
2.10 सिल्वर कैस्केड फाल्स Silver Cascade Falls, Kodaikanal

सिल्वर कैस्केड फाल्स कोडाईकनाल का सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थल है | यह झरना कोडाईकनाल से मदुरे जाने वाले रोड पर स्थित है | यह झरना 180 फिट की ऊंचाई से पत्थरों की चट्टानों से होकर नीचे गिरता है | पास ही स्थित कोडाई झील का पानी इस झरने में बहता है |खड़ी चट्टानों से नीचे गिरता पानी एक मनमोहक और मनोरम दृश्य बनाता है | पर्यटक रोड से ही हरियाली के बीच स्थित इस खूबसूरत झरने का नज़ारा देख सकते हैं | चट्टानों से गिरता सफ़ेद पानी चांदी के समान लगता है | मानसून में इस झरने की ख़ूबसूरती और अधिक बढ़ जाती है ,यहाँ आने वाले पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है | सिल्वर कैस्केड फाल्स अपने आस पास के सुन्दर और शांत वातावरण के कारण पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है |
3. कोडाईकनाल घूमने का सही समय Best time to visit Kodaikanal

कोडाईकनाल साल भर किसी भी घूमने योग्य है,लेकिन जुलाई से सितंबर तक का समय मानसून का होता है ,इस समय कोडाईकनाल की ख़ूबसूरती और अधिक बढ़ जाती है | बारिश का मौसम इसे सबसे खूबसूरत बना देता है। प्रकृति अपने सबसे हरे और ताजे रूप में होती है, और रोमांटिक मौसम का आनंद दोगुना हो जाता है। मार्च से जून का समय सुहावना होता है ,इस समय यहाँ का तापमान 20 से 30 डिग्री सेल्सियस होता है |इसके अलावा नवम्बर से फरवरी का समय भी अच्छा मन जाता है |
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4. कोडाईकनाल कैसे पहुँचें How To Reach Kodaikanal
कोडाईकनाल भारत के सर्वश्रेष्ठ हिल स्टेशन में से एक है | जो की भारत के बड़े शहरों से हवाई मार्ग ,रेल मार्ग और सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह जुड़ा हुआ है |आप अपनी सुविधा के अनुसार यात्रा कर सकते हैं |
4.1 हवाई मार्ग से कोडाईकनाल कैसे पहुँचें: How to reach Kodaikanal by Air:
कोडाईकनाल का सबसे निकटतम हवाई अड्डा मदुरै ,120 किमी की दूरी पर है, इसके अलावा त्रिची हवाई अड्डा 150 किलोमीटर ,कोयंबटूर हवाई अड्डा 175 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है | जो देश के प्रमुख शहरों से जुड़ा है।हवाई अड्डा पहुँचने के बाद आप यहाँ से बस या टेक्सी के माध्यम से कोडाईकनाल पहुँच सकते हैं |
4.2 रेल मार्ग से कोडाईकनाल कैसे पहुँचें : How to reach Kodaikanal by Train
कोडाईकनाल का सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन कोडाई रोड है, जिसकी दूरी कोडाईकनाल से 100 किलोमीटर है | जहाँ से 2-3 घंटे की सड़क यात्रा कर आप कोडाईकनाल पहुँच सकते हैं | कोडाई रोड रेलवे स्टेशन देश के बड़े शहरों से रेल मार्ग से आसानी से जुड़ा हुआ है |रेलवे स्टेशन पहुँचने के बाद आप बस या टेक्सी के माध्यम से कोडाईकनाल पहुँच सकते हैं |
4.3 सड़क मार्ग से कोडाईकनाल कैसे पहुँचें: How to reach Kodaikanal By Road
कोडाईकनाल आस पास के बड़े शहरों जैसे कोयंबटूर, मदुरै और चेन्नई से सडक मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है | इन शहरों से नियमित रूप से टीएनएसटीसी बसें और टैक्सी सेवाएं उपलब्ध हैं। अड्वेंचर के शोकीन लोंगों के लिए सड़क मार्ग से जाना काफी रोमांचकारी हो सकता है |
5. कोडाईकनाल में कहाँ ठहरे Where to stay in Kodaikanal
कोडाईकनाल में ठहरने के लिए लो बजट से लेकर हाई बजट तक होटल उपलब्ध हैं | आप अपनी सुविधा के अनुसार इन होटलों का चयन कर सकते हैं |
- बजट होटल: Green Valley View Resort, Hotel Kodai International
- मिड-रेंज: Lilly’s Valley Resort, The Hamuse
- लग्ज़री: The Carlton, Great Trails Kodaikanal by GRT Hotels
6. कोडाईकनाल की यात्रा बजट Kodaikanal Travel Budget
- यात्रा: ₹1000–₹3000 (रेल/बस/टैक्सी के आधार पर)
- होटल: ₹1500–₹5000 प्रति रात (श्रेणी अनुसार)
- खाना: ₹300–₹800 प्रतिदिन
- घूमने/एंट्री फीस: ₹100–₹500 👉 औसतन 3-4 दिन की यात्रा ₹6000–₹15000 में हो सकती है।
7. कोडाईकनाल के फेमस फूड Famous Food of Kodaikanal
- साउथ इंडियन थाली – डोसा, इडली, सांभर, रसम आदि
- होममेड चॉकलेट्स – यहाँ की लोकल चॉकलेट बेहद प्रसिद्ध है
- हर्बल टी और हिल कॉफी – मानसून में इनका आनंद दोगुना हो जाता है
- बेकरी आइटम्स – केक, पेस्ट्री और कुकीज़
8. कोडाईकनाल के लोकल मार्केट Local Markets of Kodaikanal
- कोडाईकनाल लेक मार्केट – चॉकलेट, मसाले, हैंडीक्राफ्ट
- कुरिंजी अंदावर मंदिर मार्केट – पारंपरिक तमिल उत्पाद, पूजा सामग्री
- Coaker’s Walk Street Market – ऊनी कपड़े, सस्ते गहने, स्थानीय कला
9. निष्कर्ष Conclusion
कोडाईकनाल में मानसून के मौसम में घूमना किसी स्वप्न जैसा अनुभव है। यह शहर न केवल प्रकृति प्रेमियों के लिए, बल्कि फैमिली, कपल्स और सोलो ट्रैवलर्स के लिए भी परफेक्ट है। भीड़ से दूर शांति, हरियाली और रोमांच की तलाश हो तो मानसून में कोडाईकनाल ज़रूर जाएँ।
FAQs
प्र. मानसून में कोडाईकनाल जाना सुरक्षित है?
उत्तर: हाँ, सड़कें सामान्यत: सुरक्षित होती हैं, लेकिन भारी बारिश के समय सावधानी रखें।
प्र. क्या यहाँ हिंदी या इंग्लिश बोली जाती है?
उत्तर: तमिल मुख्य भाषा है, लेकिन पर्यटन क्षेत्रों में इंग्लिश और कुछ जगहों पर हिंदी भी समझी जाती है।
प्र. क्या कोडाईकनाल सोलो ट्रैवलर्स के लिए अच्छा है?
उत्तर: बिल्कुल! यहाँ सुरक्षा, शांति और आत्म-अन्वेषण के भरपूर अवसर हैं।
प्र. कितने दिनों में कोडाईकनाल अच्छे से घूम सकते हैं?
उत्तर: 3-4 दिन पर्याप्त हैं प्रमुख स्थल और अनुभव के लिए।
प्र. क्या ऑनलाइन होटल बुकिंग करनी चाहिए?
उत्तर: मानसून सीज़न में अक्सर भीड़ कम होती है, फिर भी अच्छी डील के लिए पहले से बुकिंग करना बेहतर है।
होता है। यदि आप रोमांच और प्रकृति प्रेमी हैं तो यही सबसे उपयुक्त समय है।