|
Jaipur |
यह इतेहासिक शहर अपनी सुंदरता के कारण सारी दुनिया में जाना जाता है।और दुनिया भर के लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इसके अलावा यहां के बाज़ार और यहाँ के मज़ेदार व्यंजन लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
1. जयपुर का संक्षिप्त इतिहास : History of Jaipur
|
Jaipur |
जयपुर जिसे गुलाबी नगर से भी जाना जाता है, राजस्थान राज्य की राजधानी है। यह प्रसिध्द प्राचीन रजवाड़े आमेर की भी राजधानी रहा है। जयपुर की स्थापना आमेर के महाराजा जयसिंह द्वितीय ने 1728 में की थी। जयपुर अपनी भवन निर्माण परम्परा , संस्कृति और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है।
जयपुर शहर की पहचान यहाँ के महलों और यहाँ पर लगे गुलाबी पत्थरों से होती है। 1876 में तत्कालीन महाराजा सवाई रामसिंह ने इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ, प्रिंस ऑफ वेल्स, युवराज अल्बर्ट के स्वागत में पूरे शहर को गुलाबी रंग से रंगवा दिया था। तभी से जयपुर का नाम गुलाबी नगरी पड़ गया।
2. जयपुर के रोचक तथ्य : Amazing Fact of Jaipur
जयपुर नगर का खाका वास्तुशिल्पी विध्याधर भट्टाचार्य के द्वारा बनाया गया था। उस समय यह भारत का पहला ऐसा शहर था, जो योजनाबद्ध तरीके से बसाया गया था।
3. जयपुर में घूमने कि जगह : Places to Visit in Jaipur
3.1 जयपुर में घूमने कि जगह : आमेर का किला Places to Visit in Jaipur Aamer Fort
|
Aamer Fort |
आमेर का किला अरावली पर्वतमाला के एक पर्वत के ऊपर बना है। यह जयपुर नगर का प्रमुख पर्यटक स्थल है। कछवाहा राजपूत मानसिंह प्रथम ने इस दुर्ग का निर्माण कराया था। यह दुर्ग अपने विशुद्ध हिन्दू वास्तुशैली के घटकों के लिए जाना जाता है। लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर से बना यह भव्य और आकर्षक दुर्ग पहाड़ी के चारों तरफ फैला हुआ है। इसमें प्रत्येक में विशाल प्रागंण हैं। जिसमें दीवाने आम, दीवाने ख़ास, शीश महल, सुख निवास आदि भवन स्थित हैं।
सुख निवास कछवाहा राजपूतों और उनके परिवारों का निवास स्थान हुआ करता था। सुख निवास में जल धाराओं से कृत्रिम रूप से बना शीतल वातावरण यहाँ की भीषण गर्मी में भी अत्यंत ठंडक प्रदान करता था। कम्बोडिया में वर्ष 2013 में आयोजित हुए विश्व धरोहर समीति के 37 वे सत्र में आमेर दुर्ग को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है।
आमेर किला घूमने का समय :
सुबह 8 बजे से शाम 7 बजे तक
प्रवेश शुल्क :
भारतियों के लिए : 50 ₹
स्टूडेंट के लिए : 10 ₹
विदेशी पर्यटक के लिए : 550 ₹
विदेशी स्टूडेंट के लिए : 100 ₹
3.2 जयपुर में घूमने कि जगह : हवा महल Places to Visit in Jaipur Hawa Mahal
|
Hawa Mahal
|
जयपुर में स्थित हवा महल 1799 में महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने बनवाया था। और इसे राजमुकुट कि तरह वास्तुकार लाल चंद उस्ताद द्वारा डिजाइन किया गया था। इसे चूना,लाल और गुलाबी बलुआ पत्थर से निर्मित किया गया है। यह पांच मंज़िला ईमारत ऊपर से सिर्फ डेढ़ फुट चौड़ी है। जिसमें 953 बहुत खूबसूरत छोटी छोटी जाली दार खिड़कियां हैं, जिनहें झरोखा कहते हैं।
इन्हें बनाने का कारण किसी की निगह पड़े बिना पर्दे का पालन करते हुए राजघराने कि महिलाएं सड़कों पर हो रहे समारोह और रोज़मर्रा कि गतिविधियों को निहार सकें। इन जालीदार झरोखों से सदा ठंडी हवा महल के भीतर बहती रहती है, जिसके कारण भीषण गर्मी में भी अंदर का वातावरण ठंडा बना होता है।
- हवा महल में घूमने का समय :
- सुबह 9 बजे से शाम 4:30 बजे तक।
- भारतीयों के लिए : 50 ₹
- विदेशियों के लिए : 200 ₹
इसके अलावा आप कम्पोजिट टिकट भी खरीद सकते हैं। कम्पोजिट टिकट कि मदद से आप दो दिन तक हवा महल और उसके आस पास के पर्यटन स्थल घूम सकते हैं।
- भारतियों के लिए : 300 ₹
- विदेशियों के लिए : 1000 ₹
3.3 जयपुर में घूमने कि जगह : जंतर मंतर Places to Visit in Jaipur Jantar Mantar
|
Jantar Mantar
|
जयपुर के पुराने राजमहल चन्द्रमहल में स्थित आश्र्चर्यजनक मध्यकालीन स्थान है, जंतरमंतर। जंतरमंतर का निर्माण नगर के संस्थापक आमेर के राजा सवाई जयसिंह द्वितीय ने 1728 में अपनी खुद कि देख रेख में करवाया था। जंतरमंतर प्राचीन खगोलीय यंत्रों और जटिल गणितीय संरचनाओं के के माध्यम से ज्योतिषीय और खगोलीय घटनाओं का विश्लेषण और सटीक भविष्यवाणी करने के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है।
यह यूनेस्को के विश्व धरोहर सूची में सम्मिलित है। इस वेधशाला में 14 प्रमुख यंत्र हैं। यह यंत्र समय मापने, ग्रहण कि भविष्यवाणी करने, किसी तारे की गति एवं स्थिति जानने के लिए किया जाता है। इन यंत्रों को देखकर यह मालूम पड़ता है कि भारत के लोगों को गणित एवं खगोल शास्त्र का कितना ज्ञान प्राप्त था।
घूमने का समय : सुबह 9 बजे से शाम के 7:30 बजे तक
प्रवेश शुल्क :
- विदेशियों के लिए : व्यस्कों के लिए 350 ₹, छात्रों के लिए 175 ₹
- भारतीयों के लिए : व्यस्कों के लिए 70 ₹, छात्रों के लिए 25 ₹
3.4 जयपुर में घूमने कि जगह : नाहरगढ़ किला Places to Visit in Jaipur Nahargarh Fort
|
Nahargadh Fort
|
नाहरगढ़ किला अरावली पर्वतमाला के ऊपर बना हुआ है। इस किले का निर्माण सवाई राजा जयसिंह द्वितीय ने 1734 में बनवाया था। इस किले का निर्माण आमेर कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अरावली की पर्वत श्रृंखला के छोर पर बनाया गया है। इस में राजा सवाई रामसिंह नौ रानियों के लिए अलग अलग आवास बनाए गए हैं, जो सुन्दर और आधुनिक भी हैं। यहाँ से सूर्यास्त का नज़ारा बहुत ही खूबसूरत होता है।
घूमने का समय:
सुबह 10 बजे से शाम 5:30 तक
प्रवेश शुल्क:
- विदेशियों के लिए : व्यस्कों के लिए 50 ₹, छात्रों के लिए 25 ₹।
- भारतीयों के लिए: व्यस्कों के लिए 20 ₹, छात्रों के लिए 5 ₹।
3.5 जयपुर में घूमने कि जगह : अल्बर्ट हाॅल संग्रहालय Places to Visit in Jaipur Albart Hall Museum
|
Albert Hall Museum
|
अल्बर्ट हाॅल संग्रहालय जयपुर में पर्यटकों के घूमने के लिए एक प्रमुख स्थानों में से एक है। 140 वर्ष पुराना संग्रहालय 1887 में लोगों के लिए खोल दिया गया था। जयपुर का यह सबसे पुराना संग्रहालय महाराजा सवाई रामसिंह द्वारा बनवाया गया था। यह संग्रहालय रामनिवास गार्डन में स्थित है। अगर आप जयपुर की यात्रा कर रहे हैं तो यहाँ जाना न भूलें। यह हवा महल से 10 मिनट की दूरी पर स्थित है।
इस संग्रहालय को सरकारी केंद्रीय संग्रहालय भी कहा जाता है। अल्बर्ट हाॅल कि स्थापना वर्ष 1876 में 6 फरवरी को प्रिंस ऑफ वेल्स, अल्बर्ट एडवर्ड की जयपुर यात्रा के दौरान की गई थी। संग्रहालय की भव्य वास्तुकला आपको हैरान कर देगी। इस संग्रहालय को सैमुएल स्विंटन जैकब द्वारा डिज़ाइन किया गया था। इसकी डिज़ाइन इनडो सरसेनिक शैली मे निर्मित है। अब संग्रहालय में जयपुर कला के बेहतरीन काम कलाकृतियां, पेंटिंग, अभूषण, धातु, पत्थर, हाथी दांत से बनी मूर्तियां मौजूद हैं। अल्बर्ट हाॅल संग्रहालय में आप मिश्र की बनी ममी भी देख सकते हैं।
घूमने का समय :
संग्रहालय सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक और शाम 7:00 बजे से रात 10:00 बजे तक खुला रहता है।
प्रवेश शुल्क:
- भारतियों के लिए : 40 ₹
- विदेशियों के लिए : 300 ₹
3.6 जयपुर में घूमने कि जगह : जल महल Places to Visit in Jaipur Jal Mahal
|
Jal Mahal |
जयपुर में स्थित जल महल अरावली पर्वतमाला के बीच मानसागर झील में स्थित है। यह बहुत खूबसूरत ईमारत है। राजा सवाई जयसिंह द्वारा बनाया गया यह महल रोमांटिक महल के नाम से भी जाना जाता है। राजा इस का प्रयोग अपनी रानियों के साथ खास वक्त गुज़ारने के लिए किया करते थे। और इसका प्रयोग राजसी उत्सवों के लिए भी किया जाता था।
इसका निर्माण 1699 में हुआ था। इस महल के निर्माण के लिए राजपूत शैली से तैयार कि गयी नोकाओं कि मदद ली गयी थी। मध्यकालीन महलों कि तरह महराबों, बुर्जों, छतरियों और सीढ़ीदार जीनों से युक्त दुमंजिला और वर्गाकार रुप में निर्मित इमारत है। इस किले की नरसरी में 1 लाख से अधिक पेड़ लगाए गए हैं। तप्ते रेगिस्तान में इस महल में गर्मी नहीं लगती, क्योंकि कई तल पानी के अन्दर बनाए गए हैं। चांदनी रात में इस महल की परछाई जब झील पर पड़ती है तो यह बहुत ही खूबसूरत दिखाई देता है।
प्रवेश शुल्क :
- विदेशियों के लिए : 50 ₹
- भारतियों के लिए : 10 ₹
घूमने का समय :
सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक
3.7 जयपुर में घूमने कि जगह जयगढ किलाPlaces to Visit in Jaipur Jaigarh Fort
|
Jaigadh Fort
|
जयगढ़ किला जोकि नाम से हि प्रतीत होता है, जीत का किला। जयगढ़ किला अरावली पर्वतमाला पर बनाया गया है। इसका निर्माण राजा जयसिंह द्वितीय ने 1726 में करवाया था। जयगढ़ किला लाल बलुआ पत्थर कि अत्याधिक मोटी दीवारों से बनाया गया है। यह किला 1 किलोमीटर चौड़ा और 3 किलोमीटर लंबाई में बनाया गया है। जयगढ़ किला राजपूतों के लिए तोपों के उत्पादन का केन्द्र था। प्रारंभिक आधुनिक युग की दुनिया की सबसे बड़ी तोप जयवना इसि महल पर बनाईं गई थी, जो कि वह तोप अभी भी उस महल में स्थित है। महल को संग्रहालय के रूप में परिवर्तित कर दिया गया है। जिसमें वहाँ के राजाओं की तस्वीरें, उनके उपयोग कि वस्तुएँ, तलवार, बन्दूक, तोप के गोले आदि देखने को मिल जाएं गे।
प्रवेश शुल्क :
- विदेशियों के लिए : 200 ₹
- भारतियों के लिए : 150 ₹
घूमने का समय :
सुबह 09:00 बजे से शाम 06:30 तक
3.8 जयपुर में घूमने कि जगह : सिटी पैलेस Places to Visit in Jaipur City Palace
|
City Palace
|
जयपुर में सिटी पैलेस ऐतिहासिक और बहुत ही सुन्दर इमारतों में से एक है। इसका निर्माण सवाई राजा जयसिंह द्वितीय द्वारा 1732 में किया गया था। सिटी पैलेस जयपुर शहर के बीच में स्थित है। इस खूबसूरत परिसर में कई इमारतें, विशाल आंगन और आकर्षक बाग हैं। जो इसके राजसी इतिहास की निशानी है।
|
Mubarak Mahal |
|
Chandra Mahal |
इसमे चन्द्र महल और मुबारक महल दो महत्वपूर्ण भवन हैं। वर्तमान समय में वहाँ शाही परिवार का निवास स्थान है। महल के छोटे से हिस्से को संग्रहलय और आर्ट गैलरी में बदल दिया गया है। इसकी सुन्दरता देखने के लिए पर्यटक देश विदेश से हज़ारों की संख्या में आते हैं।
घूमने का समय :
सुबह 09:30 बजे से शाम 5:00 तक
प्रवेश शुल्क:
- विदेशी पर्यटकों के लिए : 700 ₹
- भारतीय पर्यटकों के लिए : 200 ₹
3.9 जयपुर में घूमने कि जगह : रामबाग पैलेPlaces to Visit in Jaipur Rambag Palace
|
Rambag Palace |
जयपुर में स्थित रामबाग पैलेस अपनी अद्भुत खूबसूरती, इतिहास और बहतरीन संरचना के लिए विख्यात है। इस पैलेस को जयपुर का गहना भी कहा जाता है। कहा जाता है कि उस समय की रानी की चहेती नोकरानी के लिए यह पैलसे बनाया गया था। इसका निर्माण सन् 1835 के आस पास किया गया था। फिर इसको बाद में महल में बदल दिया गया था।
|
Rambag Palace
|
जयपुर के राजा सवाई मानसिंह द्विती ने अपने निवास स्थल के रूप में उपयोग किया था। उस समय इसमे कई बदलाव किए गए थे। आज के समय में इस पैलसे को एक आलीशान होटल में बदल दिया गया है। रामबाग पैलेस आज दुनिया के सबसे मेंहगे और खूबसूरत होटलों में से एक है। जिसे देखने के लिए अधिक संख्या में पर्यटक यहां आते हैं।
घूमने का समय :
सुबह 10:00 बजे से शाम 05:00 बजे तक
प्रवेश शुल्क :
- विदेशियों के लिए : 100 ₹
- भारतियों के लिए : 40 ₹
3.10 जयपुर में घूमने कि जगह : पन्ना मीना कुण्ड Places to Visit in Jaipur Panna Meena Kund
|
Panna Meena Kund |
राजस्थान कि लोकप्रिय और खूबसूरत बावड़ियों में से एक पन्ना मीणा का कुंड है। इसका निर्माण 16 वीं सदी में किया गया था। इसकी अदभुत संरचना लोगों को अपनी और आकर्षित करती है। यह 200 फुट गहराई में 8 मंज़िला चौकोर आकार में बनाई गई है। इस कुंड में 1800 सीढियाँ हैं, जो चारों तरफ बनाई गई हैं। सीढियों का आकार भूल भुलइया के रूप में दिया गया है। लोगों को पानी की आपूर्ति के लिए इस कुंड का निर्माण किया गया था।
घूमने का समय :
सुबह 06:00 बजे से शाम के 06:00 बजे तक।
प्रवेश शुल्क : कोई प्रवेश शुल्क नहीं।
4. जयपुर में खरीददारी : Shoping in Jaipur
जयपुर खूबसूरत महलों के अलावा अपने फैशन के लिए भी जाना जाता है। जयपुर में शोपिंग करने के लिए तमाम विकल्प हैं। आप यहाँ शोपिंग माॅल और लोकल बाज़ार से भी खरीददारी कर सकते हैं। अगर आप लोकल बाज़ार से खरीददारी करना चाहते हैं तो आप को मोल भाव करने की अच्छी समझ होना चाहिए। आप बाज़ार से बहुत सी चीज़ें खरीद सकते हैं, जैसे कि म्यूजियम कलेक्शन, हेन्डीक्राफ्ट, आर्ट, कपड़े, नेच्यूरल तरीके से बनी चीज़ें। जयपुर में बहुत से ऐसे बाज़ार हैं जहाँ से आप इन चीज़ों को खरीद सकते हैं।
जयपुर के कुछ फेमस बाज़ार : Famous Market In Jaipur
- मिर्ज़ा इसमाईल रोड
- बापू बाज़ार
- जोहरी बाज़ार
- तिब्बती मार्केट
- त्रिपोलिया बाज़ार
- अरावली बाज़ार
- चांदपोल बाज़ार
- किशनपोल बाज़ार
- नगर निगम मार्केट
5. जयपुर घूमने का सबसे अच्छा समय : Best Time to Visit in Jaipur
जयपुर घूमने का सबसे अच्छा समय नवंबर से मार्च तक होता है। इस समय तापमान रात्रि में 8°C होता है और दिन का तापमान 32°C होता है। मार्च के बाद यहाँ अत्याधिक गर्मी होती है, जिसमें जयपुर घूमना बहुत मुश्किल हो जाता है। मानसून के समय जयपुर गर्म और आद्र हो जाता है।
6. जयपुर कैसे पहुंचे : How to Reach Jaipur
6.1 जयपुर फ्लाइट से कैसे पहुंचे : How to Reach Jaipur by Flight
सांगानेर हवाईअड्डा जयपुर का सबसे निकटतम घरेलु और अन्तर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा है। यहाँ से सभी प्रकार की वाहक कम्पनी जयपुर के लिए दिल्ली, मुम्बई, बैंगलोर और चैन्नई से नियमित उड़ाने संचालित करती हैं। हवाईअड्डा पहुंचने के बाद यात्री शहर में कहीं भी जाने के लिए टैक्सी या कैब का प्रयोग कर सकते हैं।
6.2 जयपुर सड़क मार्ग से कैसे पहुंचे : How to Reach Jaipur by Rod
जयपुर पहुंचने का सबसे आसान और उचित तरीका बस है। राजस्थान राज्य सड़क परिवहन निगम (आरएसआरटीसी) जयपुर और पड़ोसी शहरों के बीच नियमित वोल्वो और डीलक्स बसों का संचालन करता है। बसें जयपुर को कोटा , दिल्ली, उदयपुर , अहमदाबाद और अजमेर जैसे कई शहरों से जोड़ती हैं। दिल्ली से गाड़ी से चलने पर 5 से 6 घंटे में जयपुर पहुँच सकते हैं।
6.3 जयपुर रेल के द्वारा कैसे पहुंचे : How to Reach Jaipur by Train
इस खूबसूरत शहर का अपना रेलवे स्टेशन है। जो जयपुर रेलवे स्टेशन के नाम से जाना जाता है। जयपुर पहुंचने के लिए भारत के सभी बड़े शहरों से रेलगाड़ी संचालित होती हैं।
7. जयपुर में यात्रियों के लिए सुरक्षा एवं सुझाव : Safety and Tips for Travelers in Jaipur
- जयपुर जाने पर रजिस्टर्ड गाइड कि हि सहायता लें।
- अपने सामान कि सुरक्षा करें, जेब कतरों से सावधान रहें।
- महिलाएं दिन हो या रात अंधेरी गलियों और सुनसान रास्तों पर जाने से बचें।
- महिलाएं अजनबियों से ज़्यादा बात न करें, किसी से कुछ खाने की चीज़ न लें।
और पढ़ें…..
India Ka Switzerland।इंडिया का स्विट्जरलैंड
Venice Of India। इंडिया का वेनिस Alleppey
10 thoughts on “Jaipur me Ghumne ki Jagah”